आलू की फसल भारत में इन छः राज्यों में बड़े पैमाने पर की जाती है । भारत में आलू की फसल उत्तर प्रदेश ,पश्चिम बंगाल ,गुजरात, बिहार ,पंजाब और मध्य प्रदेश आदि राज्यों में की जाती है । इन राज्यों में से उत्तर प्रदेश एक ऐसा राज्य है | जहाँ पर भारत के सभी राज्यों का 29.65 % आलू होता है। यहाँ के किसान आलू की फसल से बम्पर उत्पादन लेते है । तो आज के आर्टिकल में हम बात करने वाले है की आलू का साइज कैसे बढ़ाएं और आलू का साइज बढ़ाने के उपाय के बारे में बात करने वाले है ।
आलू का साइज कैसे बढ़ाएं ? ( How to increase the size of potatoes )
आलू का साइज बढ़ाने की बात करे, तो आलू का साइज बढ़ाने के लिए हमें समय समय पर आलू की फसल की देख रेख के साथ साथ संतुलित मात्रा में खादों का प्रयोग करना चाहिए तथा आलू की फसल को फफूंदी जनित रोगों से बचाने के लिए समय समय पर फफूंदीनाशक दवाओं का उपयोग करना चाहिए ।
क्योंकि जब हमारी आलू की फसल स्वस्थ होगी और आलू की बेल सुरक्षित रहेगी तभी हम आलू की फसल के कन्दों का आकार बढ़ा सकते है। तो मार्केट में आलू के कन्दों का आकार बढ़ाने की तो पहली बार आलू की फसल में आलू की अबस्था 50-60 दिन की हो उस समय आलू के कन्दों का आकार बढ़ाने वाली दवा का उपयोग करना चाहिए ।
आलू का साइज बढ़ाने की दवायें ( Medicines to increase the size of potatoes )
आलू का साइज बढ़ाने की दवायें मार्केट में बहुत सारी उपलब्ध हैं जो निम्नलिखित हैं -
1- पैक्लाबुट्राजोल 23% SC -यह टेक्निकल एक ऐसा Pgr हैं | जो pgr के साथ ही एक ट्राईजोल ग्रुप का फफूंदीनाशक भी हैं | जो आलू का साइज बढ़ाने का काम करता हैं | इस का उपयोग आलू में 55-60 दिन की अवस्था पर कर सकते हैं | Dose - 100ml प्रति एकड़ | ब्रांड नाम - Kalaam ( Skylark India Agritach) , कल्टर (सिजेंटा),नीरिया(अडामा) .
2- पैक्लाबुट्राजोल 40% SC - यह टेक्निकल भी एक ऐसा प्लांट ग्रोथ रेगुलेटर हैं | जो pgr के साथ ही एक ट्राईजोल ग्रुप का फफूंदीनाशक भी हैं | जो आलू का साइज बढ़ाने का काम करता हैं | इस का उपयोग भी आलू में 55-60 दिन की अवस्था पर कर सकते हैं | Dose - 50ml प्रति एकड़ | ब्रांड नाम - टाबोली (सुमितोमो) ,प्ले स्टार गोल्ड (Paras Crop limited),
3- जिब्रेलिक एसिड 0.001% -यह एक ऐसा प्लांट ग्रोथ रेगुलेटर हैं | जो आलू में प्रारम्भिक अवस्था में स्प्रे करने पर पौधों की ग्रोथ को बढ़ाता हैं और आलू की कन्दों का आकार बढ़ाने वाली अवस्था पर कन्दों का आकार बढ़ाता हैं | Dose - 250-300ml प्रति एकड़ | ब्रांड नाम - होशी (सुमितोमो) , मैक्सयील्ड (धानुका) , गेजिल (स्काईलार्क इण्डिया ऐंग्रीटेक)
4- होमोब्रासिनोलाइड 0.04% - इस टेक्निकल का भी आलू की फसल में आलू को फुलाने के लिए उपयोग में लाया जाता हैं | Dose - 200ml प्रति एकड़ | ब्रांड नाम - डबल (गोदरेज), ब्लूम बूस्टर (Katyayani Organics)
Ans. आलू की फसल में आलू की अवस्था 55-60 दिन की हो उस समय आलू के कन्दों का आकार मोटा करने के लिए कल्टर (सिन्जेटा) प्लांट ग्रोथ रेगुलेटर का 100ml प्रति एकड़ स्प्रे में उपयोग करना चाहिए या Kalaam ( Skylark India Agritach) .
Q.2.-आलू की पैदावार बढ़ाने के लिए क्या डालें ?
Ans.- आलू की पैदावार बढ़ाने के लिए आलू की फसल में 40-45 दिन पर व 55-60 दिन पर कैल्शियम नाइट्रेट का प्रयोग अवश्य करें | कैल्शियम नाइट्रेट आलू में 20-25 किलोग्राम प्रति एकड़ प्रयोग करना चाहिए |
Q.3.-आलू के कंद का आकार कैसे बढ़ाते हैं?
Ans.- आलू के कन्दों का आकार बढ़ाने के लिए आलू की फसल में 55-60 दिन पर लिहोसिन नामक दवा का 250-300ml प्रति एकड़ स्प्रे में प्रयोग करना चाहिए |
निष्कर्ष (Conclusion)
तो किसान भाइयों अपने इस आर्टिकल में जाना कि आलू का साइज कैसे बढ़ाए अगर यह आर्टिकल अच्छा लगा हो तो और किसानों को शेयर करें और अधिक जानकारी हेतु नीचे कमेंट अवश्य करें |
Post a Comment