मेंथा कैसे बढ़ाए | मेंथा में तेल बढ़ाने की दवाई | Mentha Badhane Ki Dava in Hindi
किसान भाइयों इस आर्टिकल में हम जानने वाले हैं कि मेंथा कैसे बढ़ाए Mentha Badhane Ki Dava in Hindi और मेंथा में तेल बढ़ाने की दवाई के बारे में जानने वाले हैं |
तो किसान भाइयों मेंथा को बढ़ाने के विभिन्न तरीके हैं और मैं इन सभी मेंथा कैसे बढ़ाए के तरीकों को इस लेख के माध्यम से बताने वाला हूॅं |
मेंथा को बढ़ाने के निम्नलिखित तरीके हैं (Following are the ways of growing mentha)
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1-मेंथा बढ़ाए यूरिया के साथ जाइम का प्रयोग करके (Increase Mentha by using Zyme with Urea )
अगर आपकी मेंथा की फसल की बढ़वार रुकी हुई हैं और आप मेंथा की फसल को बढ़ाना चाहते हैं तो आज कल मार्केट में मेंथा को बढ़ाने के बहुत सारी कम्पनियों के जाइम आते हैं | उनमें से किसी एक अच्छी कम्पनी के जाइम को लेकर यूरिया के साथ मिलाकर बिखेर देते हैं |
तो हमारी मेंथा की फसल की रुकी हुई बढ़वार, बढ़वार करने लगती हैं क्योंकि जाइमों में बहुत सारे एन्जाइस ऑक्जीन्स जिब्रेलिन्स साईटोकाइनिन्स एमीनो एसिड्स जैसे कई अन्य पौषक तत्व होते हैं जोकि मेंथा की फसल के पौधों की बढ़वार में बहुत भूमिका निभाते हैं |
यह आपको मार्केट में विभिन्न नाम से मिल जाएंगे जैसे धानुका कम्पनी का धनजाइम गोल्ड दानेदार मात्रा 5 किलोग्राम प्रति एकड़ या इफको कम्पनी का सागरिका दानेदार मात्रा 8 किलोग्राम प्रति एकड़ या टाटा कम्पनी का रैली गोल्ड दानेदार मात्रा 4 किलोग्राम प्रति एकड़ यूरिया के साथ मिलाकर बिखेर सकते हैं |
2-मेंथा बढ़ाने की दवायें (Mentha Badhane Ki Dava in Hindi )
किसान भाइयों मेंथा को बढ़ाने की बहुत सारी दवाएं स्प्रे के रूप में आती हैं उनमें से आज हम तीन दवाओं के बारे में बताने वाले हैं |
(A)-जिब्रेलिक एसिड 0.001% या 90%
जब आपकी मेंथा की फसल की अवस्था 30-35 दिन या इससे ऊपर हो तो मेंथा की फसल को बढ़ाने के लिए जिब्रेलिक 0.001% का 250ml प्रति एकड़ के हिसाब से स्प्रे कर सकते हैं |
जिब्रेलिक एसिड 0.001 % मार्केट में यह विभिन्न कंपनियों का आपको मिल जाएगा जैसे - धानुका कम्पनी का मैक्सयील्ड Maxyld ,सुमिटोमो कम्पनी का होशी Hoshi आदि |
अगर मेंथा की फसल की बढ़वार जल्दी बढ़ाना चाहते हैं और मेंथा की फसल की बढ़वार रुकी हुई हैं तो आप जिब्रेलिक एसिड 90% का 2gm प्रति एकड़ के हिसाब से स्प्रे कर सकते हैं|तो आपकी मेंथा की फसल जल्दी बढ़ाने लगेगी | जैसे -सुमिटोमो कम्पनी का प्रोजिब आदि
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(B)-माइक्रोन्युटेन्स का स्प्रे करके-
यह आपको माइक्रोन्युटेन्स मार्केट में टांनिक के रूप में मिल जायेंगे इनका भी आप मेंथा की फसल को बढ़ाने के लिए स्प्रे के रूप में प्रयोग कर सकते हैं |
क्योंकि इन टानिकों में बहुत सारे माइक्रोन्युटेन्स होते हैं जोकि मेंथा को बढ़ाने में मदद करते हैं जैसे - एरिज कम्पनी का एग्रोमिन गोल्ड मात्रा 250ml प्रति एकड़,सुपर एग्रो का करिश्मा आदि |
(C)-मेंथा को बढ़ाए घुलनशील Npk का प्रयोग करके -
अगर मेंथा की फसल की बढ़वार रुकी हुई हैं | और मेंथा की फसल को बढ़ाना चाहते हैं तो घुलनशील Npk 19:19:19 या 20:20:20 का भी स्प्रे 1-1.5 किलोग्राम प्रति एकड़ के हिसाब से करके बढ़ा सकते हैं |
3- मेंथा को बढ़ाने के लिए खादों का प्रयोग ( Use of fertilizers to increase Mentha )
मेंथा की फसल को बढ़ाने के लिए संतुलित मात्रा में खादों का प्रयोग करना चाहिए | मेंथा की खेती से अच्छी पैदावार लेने के लिए नाइट्रोजन फास्फोरस और पोटाश के अलावा और भी पौषक तत्वों की आवश्यकता होती है जैसे कैल्शियम मैग्नीशियम सल्फर जोकि किसी भी फसल के लिए अति आवश्यक तत्व है |
तो इन तत्वों को मेंथा की फसल में अवश्य डालना चाहिए | यह तत्व मार्केट में विभिन्न कंपनियों के कट्टों में मिल जायेंगे | यह किसी कम्पनी का कट्टा 25kg प्रति एकड़ आता है तो किसी कम्पनी का 30kg प्रति एकड़ जमीन में डालने के लिए आता है | इनका आप यूरिया के साथ मिलाकर प्रयोग कर सकते हैं और मेंथा की फसल को बढ़ा सकते हैं |
इसके अलावा माइक्रोन्युटेस सल्फर भी आपको मार्केट में मिला जायेगी | जिसमें की बहुत सारे माइक्रोन्युटेन्स होते हैं जैसे सल्फर बोराॅंन मैग्नीज आयरन जिंक कॉपर आदि , इसको भी मेंथा बढ़ाने के लिए आप 5 किलोग्राम प्रति एकड़ के हिसाब से प्रयोग कर सकते हैं |
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अधिक जानकारी हेतु यह वीडियो देखें
मेंथा में तेल बढ़ाने की दवाई ( Medicine to Increase Oil in Mentha )
मेंथा ( पिपरमेंट ) की अधिक पैदावार एवं तेल की मात्रा बढ़ाने के लिए मुख्य पौषक तत्वों के अतिरिक्त अन्य कई पौषक तत्वों की आवश्यकता पड़ती हैं उनमें से एक मेंथा की फसल में तेल बढ़ाने के लिए अति आवश्यक पोषक तत्व है सल्फर |
सल्फर मेंथा की फसल में दो तरीके से प्रयोग कर सकते हैं |
1-सल्फर 80% या 90% -
इन सल्फर को आप मेंथा की फसल में यूरिया के साथ या रेता मिट्टी में मिला कर सल्फर 90 परसेंट ढ़ाई से तीन किलोग्राम प्रति एकड़ या सल्फर 80 परसेंट 5 से 6 किलोग्राम प्रति एकड़ के हिसाब से प्रयोग कर सकते हैं | जिससे मेंथा की फसल की बढ़वार व तेल की मात्रा भी मेंथा की फसल में बढ़ेगी |
2-लिक्विड सल्फर 20%
इसका स्प्रे जब करें जब आपकी मेंथा की फसल की अवस्था कटाई की होने वाली है उसे 8-10 दिन पहले स्प्रे के रूप में 500ml प्रति एकड़ के हिसाब से स्प्रे करना चाहिए |
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FAQ
Q.1.-मेंथा की सबसे अच्छी प्रजाति कौनसी है ?
Ans.-मेंथा की सबसे अच्छी पैदावार लेने वाली प्रजाति सिम कोसी व गोल्डन हैं जोकि मेंथा की प्रजाति बहुत अच्छा तेल का उत्पादन देती हैं |
Q.2.-एक वीघा में पिपरमिंट का तेल कितना निकलता हैं ?
Ans. मेंथा की मुख्यता तीन किस्में होती हैं 1-शिवालिक 2-स्परिमेंट 3-पिपरमिंट | तो शिवालिक प्रजाति में तेल अधिक निकलता हैं लगभग 10-12kg/वीघा और स्परीमेंट बैरायटी में औसतन 7-9kg/वीघा और पिपरमिंट बैरायटी में औसतन 5-7kg/वीघा तेल निकलता हैं |
Q.3.-मेंथा कब लगाना चाहिए ?
Ans.- मेंथा की जड़ की बुवाई का उचित समय 15 जनवरी से 25 फरवरी तक हैं और मेंथा की पौधे की रोपाई का सही समय 15 फरवरी से 15 मार्च तक कर सकते हैं |
Q.4. पिपरमेंट का दूसरा नाम क्या है ?
Ans. पिपरमेंट का दूसरा नाम विलायती पुदीना (Podhina) हैं और कुछ लोग इसे पपरेटा के नाम से भी जानते हैं |
Q.5. मेथा में सल्फर का उपयोग कैसे करें ?
Ans. मेंथा में सल्फर का उपयोग तीन बार कर सकते हैं -
- पहली बार मेंथा की जड़ बुवाई के समय - मात्रा सल्फर 90 %WDG 2.5-3kg प्रति एकड़ |
- दूसरी बार बुवाई से 35-40 दिन की अवस्था पर यूरिया के साथ मिलाकर 2.5 से 3 किलोग्राम प्रति एकड़ |
- तीसरी बार सल्फर तरल का 500ml प्रति एकड़ कटाई से एक सप्ताह पहले स्प्रे करें |
निष्कर्ष ( Conclusion )
तो किसान भाइयों इस ब्लॉग के माध्यम से अपने जाना कि मेंथा कैसे बढ़ाए और मेंथा की फसल में तेल कैसे बढ़ाए अगर कोई भी जानकारी और लेनी है तो कमेंट करें और यह ब्लॉग अच्छा लगा हो तो और किसानों में शेयर करें |
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