आलू का आकार बढ़ाने के उपाय | Aloo Ka Size Badhane Ki Dawai
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आलू का भारतवर्ष में सब्जियों में प्रथम स्थान है | आलू का उपयोग सबसे ज्यादा सब्जी के रुप में भारतवर्ष में किया जाता हैं | इस लिए इसको सब्जियों का राजा कहा जाता हैं | भारत वर्ष में लगभग 90 प्रतिशत आलू का उत्पादन मात्र छः राज्यों में होता हैं | जैसे - उत्तर प्रदेश पश्चिम बंगाल बिहार गुजरात पंजाब मध्य प्रदेश आदि राज्य में होता है | इनमें से उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक आलू की खेती की जाती हैं | उत्तर प्रदेश भारत का सबसे अधिक आलू उत्पादक राज्य हैं | यह पर भारत का लगभग 29.65 प्रतिशत आलू होता हैं |
तो किसान भाइयों आज के आर्टिकल में हम आलू का आकार बढ़ाने के उपाय और Aloo Ka Size Badhane Ki Dawai के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं |
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आलू का आकार बढ़ाने के लिए उपाय (Ways to increase the size of potatoes )
- उचित बीज का चयन करें। आलू की अच्छी किस्में चुनें जो बड़े आकार के आलू पैदा करती हों।
 - उचित समय पर बुवाई करें। आलू की बुवाई के लिए सबसे अच्छा समय फरवरी से मार्च के बीच होता है।
 - उचित पोषक तत्व दें। आलू को अच्छी पैदावार देने के लिए पर्याप्त मात्रा में नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम की आवश्यकता होती है। बुवाई के समय 10 टन प्रति हेक्टेयर गोबर की खाद या कम्पोस्ट डालें। इसके अलावा, 20 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर नाइट्रोजन, 60 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर फास्फोरस और 60 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर पोटेशियम डालें।
 - खरपतवार नियंत्रण करें। खरपतवार आलू की फसल को नुकसान पहुंचा सकते हैं और आलू के आकार को कम कर सकते हैं। खरपतवारों को नियंत्रित करने के लिए निराई-गुड़ाई करें या खरपतवारनाशक का प्रयोग करें।
 - आलू को नियमित रूप से पानी दें। आलू को अच्छी पैदावार देने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी की आवश्यकता होती है। सूखे के मौसम में विशेष रूप से आलू को नियमित रूप से पानी देना चाहिए।
 - आलू को रोग और कीटों से बचाएं। आलू कई तरह के रोगों और कीटों के लिए अतिसंवेदनशील होते हैं। रोग और कीटों से आलू को बचाने के लिए समय-समय पर छिड़काव करें।
 - समय पर कटाई करें। आलू की कटाई के लिए सबसे अच्छा समय जून से जुलाई के बीच होता है। आलू को तब काटें जब उनके पत्ते सूख जाएं और पौधे का रंग पीला पड़ जाए।
 
इन उपायों को अपनाकर आप आलू का साइज बढ़ा सकते हैं और अच्छी पैदावार प्राप्त कर सकते हैं।
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आलू का साइज बढ़ाने की दवाई (Aloo Ka Size Badhane Ki Dawai )
आलू का साइज बढ़ाने वाली दवाईयां के बारे में बात करें तो बहुत सारी दवाईयां मार्केट में उपलब्ध है | जो आलू की फसल में कन्दों का साइज बढ़ाने में मदद करती हैं |
1 - क्लोरमेक्वाट क्लोराइड 50 % SL - इस टेक्निकल को आलू की फसल की अवस्था 60-65 दिन की हो उस समय स्प्रे करना चाहिए | इसका स्प्रे उसी आलू की फसल पर करें जिसकी बढ़वार पूरी हो चुकी हो और कन्दों का आकार छोटा हो | यह दवा आलू की फसल पर हम जैसे ही छिड़काव करते हैं | आलू की उस फसल की ग्रोथ रुक जाती हैं और आलू का साइज बढ़ने लगता है | Dose -250-300ml प्रति एकड़  ब्रांड नाम - लिहोसिन (BASF) फाइनल (Vision Crop Care)
2 - मेपिक्वाट क्लोराइड 5 % - यह एक ऐसा प्लांट ग्रोथ रेगुलेटर (Pgr) हैं | आलू की फसल की अवस्था 60-65 दिन की हो उस समय भी इस टेक्निकल का स्प्रे करना चाहिए | इसका भी स्प्रे उसी आलू की फसल पर करें जिसकी बढ़वार पूरी हो चुकी हो और कन्दों का आकार छोटा हो | यह दवा आलू की फसल पर हम जैसे ही छिड़काव करते हैं | आलू की उस फसल की ग्रोथ रुक जाती हैं | और आलू का साइज बढ़ने लगता है | Dose -250-300ml प्रति एकड़ ब्रांड नाम - चमत्कार (घरड़ा)
अधिक जानकारी हेतु यह वीडियो देखें
निष्कर्ष (Conclusion)
तो किसान भाइयों अपने जाना कि आलू का आकार बढ़ाने के उपाय और Aloo Ka Size Badhane Ki Dawai के बारे अगर यह जानकारी अच्छी लगी हो तो और किसानों को शेयर करें और अधिक जानकारी हेतु नीचे कमेंट अवश्य करें |

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