धान में कल्लों की संख्या बढ़ाने के आसान 5 नये देशी तरीके

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 धान में कल्लों की संख्या बढ़ाने के लिए हम कई सारे देशी तरीके अपनाते हैं | तब कहीं जाकर धान में कल्लों का फुटाव अधिक लें पाते हैं | जब धान की फसल में कल्लें अधिक होगें तो उस धान की फसल से अच्छी पैदावार भी हम ले पाएंगे | 


तो किसान भाइयों आज के आर्टिकल में हम धान में कल्लों की संख्या बढ़ाने के आसान 5 नये देशी तरीकों के बारे में जानने वाले हैं |


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 धान में कल्लों की संख्या बढ़ाने के आसान 5 नये देशी तरीके 




    धान में कल्लों का फुटाव अधिक बढ़ाने के नये देशी तरीके निम्नलिखित हैं जैसे -

    1.धान में सरसों की खली को बारीक पीसकर बिखेरकर प्रयोग करके |
    2.धान में सरसों की खली का स्प्रे में प्रयोग करके |
    3.गोबर के उपलों से ह्युमिक एसिड बनाकर सिंचाई के समय पानी के साथ बहाकर |
    4.धान में गोबर के उपलों से बने ह्युमिक एसिड का स्प्रे करके |
    5.धान में हल्का बांस का पटेला लगाकर |


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     1. धान में सरसों की खली को बारीक पीसकर बिखेरकर प्रयोग करके  


    धान में कल्लों की संख्या बढ़ाने का सरसों की खली का प्रयोग करके यह एक देशी तरीका है|इस देशी तरीके में एक बड़े बर्तन या ड्रम में 15-16 किलोग्राम सरसों की खली को एक एकड़ खेत के अनुसार एक या दो दिन 45-50 लीटर पानी में भिगोकर रखते हैं | 

    उसके बाद इस सरसों की खली को झानकर प्राप्त मात्रा में और पानी घोल में खेत के अनुसार मिलाकर सिंचाई के समय पानी के साथ बहाकर प्रयोग करते हैं | इस तरह से सरसों की खली का प्रयोग करने से धान में कल्लों की संख्या तथा धान की ग्रोथ भी अच्छी होती हैं | 

    क्योंकि सरसों की खली में छः पौषक तत्व होते हैं | सरसों की खली में नाइट्रोजन 5.26 प्रतिशत फास्फोरस 1.80 प्रतिशत पोटाश 1.16 प्रतिशत और इसके अलावा जिंक, सल्फर,बोरॉन आदि तत्व पाए जाते हैं | जो धान की फसल में कल्लों का फुटाव अधिक बढ़ाने के आलावा धान की ग्रोथ और पैदावार भी बढ़ाने में मदद करते हैं |


     2. धान में सरसों की खली का स्प्रे में प्रयोग करके 


    धान में सरसों की खली का उपयोग स्प्रे में भी कल्लें बढ़ाने के लिए किया जाता हैं | इस देशी तरीके में भी एक बड़े बर्तन में एक एकड़ खेत में स्प्रे के अनुसार 5-6 किलोग्राम सरसों की खली को आवश्यकतानुसार पानी में मिलाकर एक से दो दिन के लिए भिगोकर रख देते हैं | 

    उसके बाद सरसों की खली के घोल को छानकर आवश्यकतानुसार घोल में और पानी मिलाकर धान की फसल पर छिड़काव करते हैं | तो सरसों की खली का धान में स्प्रे करने से कल्लों की संख्या और धान की ग्रोथ तेजी से बढ़ती हैं |


     अधिक जानकारी हेतु यह वीडियो देखें 



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     3. गोबर के उपलों से ह्युमिक एसिड बनाकर सिंचाई के समय पानी के साथ बहाकर 


    धान की फसल में अधिक कल्लों का फुटाव लेने के लिए गोबर के उपलों से बने ह्युमिक एसिड का प्रयोग सिंचाई के समय पानी के साथ बहाकर प्रयोग कर सकते हैं | 

    इस देशी तरीके में भी एक बड़े बर्तन में एक एकड़ खेत के अनुसार दो तीन साल पुराने गोबर के उपलें 10-15 लेने हैं | इन गोबर के उपलों को बड़े बर्तन में 40-50 लीटर पानी में 8 से 10 दिन तक पानी में डुबाकर रखना है | 

    उसके बाद उपलों को पानी से निकलकर पानी को अच्छी तरह से छानकर उसको सिंचाई के समय पानी के साथ बहाकर प्रयोग करने से धान में कल्लों का फुटाव अधिक देखने को मिलता है |


     4. धान में गोबर के उपलों से बने ह्युमिक एसिड का स्प्रे करके 


    धान में कल्लों की संख्या बढ़ाने और धान के पौधों की ग्रोथ बढ़ाने तथा धान में पीलापन हटाने के लिए गोबर के उपलों से बने ह्युमिक एसिड को स्प्रे में प्रयोग कर सकते हैं | गोबर के उपलों से बने ह्युमिक एसिड का स्प्रे में एक एकड़ खेत के लिए 5-6 उपलों को बड़े बर्तन में पानी में डुबाकर 8 से 10 दिन तक रखना है | 8-10 दिन बाद उस पानी के घोल को छानकर अपने धान में स्प्रे करते हैं |


     अधिक जानकारी हेतु यह वीडियो देखें 



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     5.धान में हल्का बांस का पटेला लगाकर 


    धान की फसल में कल्लों का अधिक फुटाव लेने के लिए धान की अवस्था जब रोपाई के बाद 15-20 दिन की हो उस समय खेत में  पानी भरकर जब हम हल्का बांस का पटेला लगा देते हैं | तो हमारी धान की फसल में कल्लों का फुटाव अधिक देखने को मिलता हैं |


     FAQ  


     Q.1.धान में कल्ले बढ़ाने के लिए क्या डालें ? 


    Ans. धान में कल्लों की संख्या बढ़ाने के लिए गोबर के उपलों से बने ह्युमिक एसिड का स्प्रे तथा सिंचाई के समय पानी के साथ बहाकर प्रयोग करना चाहिए | इस देशी तरीके से धान में कल्लों का फुटाव अधिक देखने को मिलता हैं |


     Q.2.धान में कल्ले बढ़ाने के लिए क्या करे ? 


    Ansधान में कल्लों को बढ़ाने के लिए यह नये देशी तरीके अपना सकते हैं जैसे -

    A.धान में सरसों की खली को बारीक पीसकर बिखेरकर प्रयोग करके कल्लों को बढ़ाना |
    B.धान में सरसों की खली का स्प्रे में प्रयोग करके कल्लों को बढ़ाना |
    C.धान में गोबर के उपलों से ह्युमिक एसिड बनाकर सिंचाई के समय पानी के साथ बहाकर कल्लें बढ़ाना |
    D.धान में गोबर के उपलों से बने ह्युमिक एसिड का स्प्रे करके कल्लों को बढ़ाना |
    E.धान में हल्का बांस का पटेला लगाकर कल्लों को बढ़ाना आदि |


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     Q.3.धान में जिंक कब डालें ?  


    Ans. धान में जिंक का प्रयोग धान की रोपाई के 20-25 दिन बाद करना चाहिए | इस समय जिंक सल्फेट 10 किलोग्राम प्रति एकड़ लेना हैं |


    Q.4.धान की पैदावार बढ़ाने के लिए क्या करना चाहिए ? 


    Ans. धान की फसल की पैदावार बढ़ाने के लिए हमें धान की फसल में संतुलित मात्रा में खादों का प्रयोग करना चाहिए | पहली यूरिया के साथ द्वितीयक पौषक तत्वों कैल्शियम, मैग्नीशियम और सल्फर का प्रयोग अवश्य करें | यह द्वितीयक पौषक तत्व धान की ग्रोथ को बढ़ाने में और कल्लों के अधिक फुटाव में तथा धान की पैदावार बढ़ाने में मदद करते हैं |


     Q.5. धान में कौन सा टॉनिक डालना चाहिए ? 


    Ans. धान में कल्लों के फुटाव अधिक बढ़ाने के लिए तथा धान के पौधों की ग्रोथ बढ़ाने के लिए धान की अवस्था 20- 25 दिन पर एक स्प्रे घुलनशील Npk 19:19:19 मात्रा 1.5-2 किलोग्राम प्रति एकड़ और टॉनिक सागरिका तरल 250 ml प्रति एकड़ प्रयोग कर चाहिए |



     निष्कर्ष (Conclusion) 


    तो किसान भाइयों आप मेरे बताएनुसार धान की फसल में इस देशी तरीकों को अपनाते हैं | तो आप अपनी धान की फसल में कल्लें बढ़ाने में कामयाब हो सकते हैं|अगर किसान भाइयों यह आर्टिकल अच्छा लगा हो तो और किसानों को शेयर करें और अधिक जानकारी हेतु कमेंट अवश्य करें |


     यह भी पढ़ें:- 


    1.धान की टॉप बैरायटी  |

    2. गोबर के उपलों से ह्युमिक एसिड कैसे बनाएं  |

    3.धान का बीज उपचार कैसे करें |





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