गेहूं की फसल में खरपतवारों का नियंत्रण बताइए

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किसान भाइयों अगर हम गेहूं की फसल में खरपतवारों का नियंत्रण की बात करें | तो गेहूं की फसल में बहुत सारे खरपतवार उगते हैं | जो गेहूं की फसल के साथ प्रतिस्पर्धा करने लगते हैं |जो खाद हम और दवा गेहूं की फसल में डालते हैं | यह खरपतवार उसकी बहुत अधिक मात्रा ग्रहण कर लेते हैं | इसके कारण हमें उस गेहूं की फसल से अच्छी पैदावार नहीं मिल पाती | 

अगर हमने इन खरपतवारों को समय रहते गेहूं की फसल से नियंत्रित नहीं किया | तो यह खरपतवार गेहूं की फसल के लिए बहुत ज्यादा हानि पहुंचाने का काम करते हैं | तो किसान भाइयों आज के आर्टिकल में हम गेहूं की फसल में खरपतवारों का नियंत्रण के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं |

गेहूं की फसल में खरपतवारों का नियंत्रण ,gehu mein kharpatwar niyantran, gehu mein kharpatwar nashak
   

गेहूं की फसल में होने वाले खरपतवार (Weeds in Wheat Crop)


    तो किसान भाइयों गेहूं की फसल में खरपतवारों का नियंत्रण कैसे करें के बारे में जानने से पहले हम सबसे पहले जान लेते हैं | गेेहूं की फसल में कौन-कौन से खरपतवार उगते हैं | तो गेहूं की फसल में तीन तरह के खरपतवार उगते हैं -


    1. गेहूं की फसल में उगने वाले सकरी पत्ती के खरपतवार (Narrow leaf weeds )
    2. गेहूं की फसल में उगने वाले चौड़ी पत्ती के खरपतवार (Broad leaf weeds)
    3. गेहूं की फसल में उगने वाले मोथाकुल के खरपतवार - मौथा (भादा) 


    1. गेहूं की फसल में उगने वाले सकरी पत्ती के खरपतवार (Narrow leaf weeds )


    गेहूं की फसल में यह ऐसी खरपतवार होते हैं | जिनकी पत्तियां सकरी और जड़ मूसलाधार होती हैं | जो उखाड़ने पर अपने साथ बहुत सारी मिट्टी लाते हैं | जो गेहूं की फसल के लिए बहुत अधिक हानि पहुंचाते हैं | जैसे जंगली जाई, गेहूं का मामा( गुल्ली डंडा),गुजघास,दूबघास,दाब आदि |


    2. गेहूं की फसल में उगने वाले चौड़ी पत्ती के खरपतवार (Broad leaf weeds)


    गेहूं की फसल में यह ऐसे उगे हुए खरपतवार होते हैं | जिनके पौधों की पत्तियां चौड़ी होती हैं | अगर इन खरपतवारों को उखाड़ते हैं | तो यह अपनी जड़ों के साथ अधिक मिट्टी नहीं लेंकर आते हैं | यह खरपतवार सकरी पत्ती के खरपतवारों से कम हानि गेहूं की फसल को पहुंचाते हैं | जैसे मकोय , बथुआ ,खथुआ, कृष्ण नील ,हिरनखुरी, सफेद सेंजी,अकरी,अकरा,पथरचटा,प्याजी, जंगली चौलाई, जंगली पालक ,चटरी मटरी आदि |


    यह भी पढ़ें - गेहूं की फसल में सरसों की खली का उपयोग कैसे करें 


    गेहूं की फसल में खरपतवारों का नियंत्रण (Control of weeds in wheat crop)


    गेहूं की फसल में खरपतवार गेहूं में प्रथम सिंचाई बोने की 21 दिन बाद करने तक प्राय: सभी खरपतवार अंकुरित हो जाते हैं  | अतः 20 से 30 दिन के अंदर खरपतवार हमें गेहूं की फसल में नष्ट कर देना चाहिए | तो यह खरपतवार हमारे गेहूं की फसल के लिए उपज में कोई हानि पहुंचाते नहीं है |


    गेहूं में केवल सकरी पत्ती के खरपतवारों का नियंत्रण-


    गेहूं की फसल में सकरी पत्ती के खरपतवारों को नियंत्रण के लिए आईसोप्रोटयूरान 500gm प्रति एकड़ को 150-200 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करना चाहिए | या क्लोडिनाफांप प्रोपरगिल 15% डब्ल्यू पी (टांपिक) का 160 ग्राम प्रति एकड़ 150-200 लीटर पानी में मिलाकर स्प्रे करना चाहिए |


    गेहूं में सकरी पत्ती व चौड़ी पत्ती के खरपतवारों का नियंत्रण -


    गेहूं में सकरी व चौड़ी पत्ती के खरपतवारों को नियंत्रण के लिए मेंट्रीब्युजिन 70% WP (सेंकार) दवा को 100gm प्रति एकड़ के हिसाब से 150-200 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करना चाहिए | या सल्फोसल्फ्यूरान 75% WP (लीडर) दवा को 13.5 ग्राम प्रति एकड़ के हिसाब से 150-200 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करना चाहिए | या सल्फोसल्फ्यूरान 75% WP +मेंट्रीब्युजिन 5% WP (टोटल) इस दवा को 16 ग्राम प्रति एकड़ के हिसाब से 150-200 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें | आनलाईन खरीदें 



    गेहूं में केवल चौड़ी पत्ती के खरपतवारों का नियंत्रण-


    गेहूं की फसल में केवल चौड़ी पत्ती के खरपतवारों को नियंत्रण करने के लिए 2,4-D 80% 500 gm प्रति एकड़ 150-200 लीटर पानी में मिलाकर स्प्रे कर सकते हैं | या मेटसल्फ्यूरान मिथाईल 20 डब्ल्यू पी 20 ग्राम प्रति एकड़ 150-200 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करना चाहिए |


    अधिक जानकारी हेतु यह वीडियो देखें

     





    निष्कर्ष (Conclusion)

    तो किसान भाइयों इस आर्टिकल के माध्यम से अपने जाना गेहूं में खरपतवारों को नियंत्रित किस तरह से करते हैं | अगर यह आर्टिकल अच्छा लगा हो तो और किसानों में इस आर्टिकल को शेयर करें और कमेंट बॉक्स में कमेंट करके अवश्य बताएं |



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